॥दस्तक॥

गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ़्ल क्या गिरेंगे जो घुटनों के बल चलते हैं

एड सेन्स विज्ञापन पर क्लिक कीजिये ना प्लीऽऽऽऽज

Posted by सागर नाहर पर 19, जुलाई 2007

कुछ दिनों पहले एक मेल मिली उसमें भेजने वाले ने मेरे ब्लॉग की तारीफ की और कहा आप बहुत अच्छा लिखते हैं, मैं भी खुश हो गया, धीरे धीरे मित्रता बढ़ी तो पता चला कि भाई( जिनका नाम “क” मान लेते हैं) भी चिठ्ठाकार हैं पर वे हिन्दी में नहीं अंग्रेजी में लिखते हैं। बाद में जीमेल पर कभी कभार चैट भी होने लगी। एक दिन चैट के दौरान क ने कहा कि भैया एक बार मेरा चिठ्ठा देखिये तो? मैने पूछा क्या देखना है मुझे तो अंग्रेजी आती ही नहीं, क बोले उसकी जरूरत भी नहीं। आप देखो तो सही। मैने उनके भेजे लिंक को खोला तो उन्होने कहा देखिये सबसे उपर एड सेन्स के दो विज्ञापन लगे हैं, उस पर क्लिक कीजिये। उन्होने पहली बार ऐसा कहा था सो मैने क्लिक कर दिया और वे मुझे धन्यवाद कहा और बोले आपसे अनुरोध है कि दिन में एकाद बार इस तरह विज्ञापन पर क्लिक कर दिया कीजिये और इतना कह कर गायब हो गये। १३जुलाई से उनसे हुई बात देखिये

1:03 PM क: hello sir

1:04 PM me: नमस्ते क जी

क: pranam sir kaise hai aap?

me: बस बढ़िया हैं, आप सुनाईये

1:05 PM क: hum bhi theek hai bas aapki thodi sahayta ki aawsakta hai

aapne adsense ke barein mein suna hoga

1:06 PM me: हाँ , पर मेरा चिठ्ठा वर्डप्रेस पर है सो वहाँ एडसेन्स नहीं लगा सकते।

क: par maine apne blog par adsense lagaya hai aur agar aap kripa karke uspar ek baar click kar de to

me: ठीक है, लिंक दीजिये

क: xxxxxxx.blogspot.com

me: ओके

क: thanx

1:10 PM sir kar diya aapne?

me: हाँ अलग अलग चार लिंक पर कर दिया है आप चैक भिजवा देना 🙂

1:11 PM :क 🙂 jarur sir

and sir agar aap ise apne favorite main add kar le aur daily ek baar ispar click kar de to

aisa ho sakta hai kaya?

1:12 PM me: यह तो बड़ा मुश्किल है “क”जी।

क: plsssssssss

1:13 PM khali click hi to karna hai sir

me: कोशिश करूंगा

उसके बाद कई बार क मुजे याद दिलाते रहे कि भैया प्लीज आप क्लिक करते रहना। मैं चिढ़ सा गया था। तभी कल श्री क ने एक मेल भेजी देखिये ।

इतना तक ही होता तो ठीक था आज (२० जुलाई को) अचानक याहू पर श्री क मिल गये और उनसे जो बात हुई वो क से इजाजत लेकर यहाँ लिख रहा हूँ। श्री क का वास्तविक नाम मैने फोटो में से और चैट से हटा दिया है।

क: namaskar sir
sagar: Namaskaar
क: kaise hai aap
sagar: Fine , aap sunaaiye
क: now m well was suffering from typhoid, lekin abhi theek hu
sagar: oh, dawaiya le rahe ho na barabar?
क: haan

(यहाँ से काम की बातें शुरु करते हैं श्री क)
क: sir aapko pata hai mere 34 dollars ho gaye hai 🙂
sagar: badhai ho, par aapko kya yah pata he ki is tarah mail karane se aapka account cansell ho sakata he?
क: matlab?
sagar: is tarah prachar nahi kiya ja sakata google ad sence ka niyam he
क: how can google know ki maine aapko kaha hai mere page par jane ke liye?
sagar: ad- sense ke niyam barabar dekho
sagar: aapne mujh akele ko nahi bheja he mail , auro ko bhi bheji hai , usame se koi google ko suchit kar to ?
क: nahi koi nahi karega they all r my best friend, but aap kah rahe hai to aage se dhyan rakhuga
क: aakir aap mujhe bade hai aur aapko mujhse jyada bhi pata hai
क: ab kabhi mail nahi karuga
sagar: mere ghar ke pass ek cafe wale ne apane cefe ka naam rakh diya, google , us ko kanuni notice aa gayi, ab usaka pata kisi ne thodi diya tha, bhaiya google ka network bahut bada he use sab pata hota he ( यह बिल्कुल सच है)
क: yes ur right
क: aage dhyan rakhuga
क: acha aap ek baar mere page par jayege
क: xxxxxxxxxx.blogspot.com (यहाँ नाम हटा दिया गया है)
sagar: haa
क: ek nayi chiz try ki hai
क: page open ho gaya
sagar: ho raha he
क: waha right side par google ka search box aa rahah hai?
sagar: ha
क: aap usme search kare car loan
sagar: ok, kiya
क: 4 ads aayi hogi top par?
sagar: ha
क: icici ki
क: bank of america ki
क: pls citibank aur bank of america wale link par click kar dijiye
sagar: he bhagawaan 😦 chaliye kar deta hu par ek bat kahana chahata hu , me is subject par aapak nam likhe bina ek post likhana chahata hu, hindi me, aap bura to nahi manenge? aapka nam nahi aayega promise
क: haan jarur
sagar: aur is par klik karane se kitane paise mil jayenge aapko?
क: 2 dollars
sagar: ek click se?
क: maine yahi socha tha ki aap jarur ek post likhege mere upar
sagar: =))
sagar: ek kilk se 2 doller mil jate he??????

{ यहाँ मुझे भी लालच आने लगा कि क्यों ना मैं भी रोज के दो चार डॉलर कमाऊं 🙂 }
क: nahi dekhiye comptision dekha jata hai
क: na aur company ka naam
क: dono click par 2 dollars ke aas pas milege
sagar: chaliye aapko 90 rupae dila diye maine:)
क: bahut dhanyawaad aapka sir
क: acha aap sach mein mere upar blog likhege?
sagar: aap bura na mane to
क: bilkun nahi

sagar: aap ka naam nahi likhunga, kyo ki aapaka ad sence ka acount khatare me pad jayega
क: haan
क: naam mat likhiyega
क: to kab padh sakta hu mai apne upar blog
sagarchand_nahar: kal
sagarchand_nahar: shayad aaj bhi ho jaye
क: aap such mein bahut ache hai
क: jo ki duniya mein bahut kam log bache hai
sagar: dhanyavad, par aisa kya khas laga aapko mujhame ? :-/
क: abhii sir hai to jyada nahi likh sakta
क: lekin aap ache hai
क: bahut ache (एड पर क्लिक जो कर दिया)
sagar: achche insan ko duniya achchi dikhati he
क: phir kisi din chat karte hai
sagar: ok then Bye. … हाश जान बची

अब बताईये क्या किया जाये इसका? पहले तो मेल मिलती थी कि मैने फलाणां ढिकाणां चिठ्ठा लिखा है पढ़िये और थोड़ी देर बाद संदेश मिलता है कि पढ़ लिया? मैं कहता हूँ कि हाँ पढ़ लिया तो पूछा जाता टिप्प्णी? अब इस नये ब्लॉगर को पढ़ने से कोई मतलब नहीं बस उसके एड सेन्स पर क्लिक से मतलब है। 😦

41 Responses to “एड सेन्स विज्ञापन पर क्लिक कीजिये ना प्लीऽऽऽऽज”

  1. हाँ भईया मै भी परेशान हो रही हूँ, ऐसे लोगो से.. आज तो हद हो गयी… मै इतना व्यस्त थी कि … और सर कहने लगे कि बस.. 1 मिनट की तो बात है.. अब कैसे बताऊँ कि मेरे लिये उस समय वो मिनट कितना भारी है… और जब मैने इनसे पलटकर पुछा कि आपने मेरा काम किया.. (एड-सेंस का नही) है.. कोई और काम तो .. जवाब आया. शनिवार रविवार को बाकी दिन वक्त नही निकलता… मुझे झटका लगा.. वाह! इनका वक्त कीमती है, एक मै ही हूँ जो निकम्मी बैठी हूँ…. फिर मैने जवाब देना ही बन्द कर दिया..

    और यह घटना एक शक्स के साथ हो तो कोई बात भी हो.. लगता है नये ब्लागर्स सिर्फ इसी के लिये ब्लाग लिख रहे हैं।

    क्या कहा जाये… अब

    अच्छी पोस्ट डाली है आपने, शायद अब ऐसे ब्लागर्स को सही रास्ता दिख ही जाये 🙂

  2. masijeevi said

    ओह।। तो ये दुकान ऐसे चलती है। ;-{
    हम तो कुल मिलाकर दो डालर पर पहुँचने केलिए तरस रहे हैं- पर अब ये भ्रष्‍टाचार तो हो नहीं पाएगा। क्‍या करें हटा दें एडसेंस ?

  3. सही है सागर भाई, एक दो बार मैं भी परेशान हो चुका हूँ, और ऐसे लोग गोंद की तरह चिपक जाते हैं छुडा़ये नहीं छूटते… ऐड्सेंस वालों को लिखने वाला हूँ कि सभी के ब्लॉग पर से सभी ऐड हटा लें… 🙂 फ़िर देखते हैं, क्या होता है…

  4. हा हा सही है, अपन बिना एडसेंस ले ही भले!!

  5. सागर जी क्या पते की बात बताई है आपने मुझे तो इस संदर्भ में अभी तक कोई नही मिला…न ही जानकारी थी एसा भी होता है…आपका बहुत-बहुत शुक्रिया…लोग पैसा कमाने के ना जाने कितने तरिइके ढूँढ निकालते है….
    [:)]

    सुनीता(शानू)

  6. Thanks for the conversation,

    It is not new, at least in the English media. I am also a new blogger, but what I understand is that 90% of blogs are written with the goal that you can make money through ads, and with time they shut down. After all, you run out of friends and relatives who will stop doing favors.

    Moreover, the only thing which survives is blog having good content. If anyone can maintain a passion to keep a good quality blog, the visitors will come without invitation. Money generated through ads may happen then more easily in a sustained fashion.

    Thanks
    Ravi Mishra
    http://addskills.blogspot.com/

  7. भगवान बचाये इन ऐडस सेन्स 🙂 वालों से !

  8. Amit said

    सीधा सा इलाज बताता हूँ, गूगल वालों की साइट पर जाएँ और इस बन्दे के बारे में बता दें, अपनी बात साबित करने के लिए आपके पास ईमेल और चैटलॉग तो हैं ही। ये लोग इसी तरीके से रूकेंगे, जब इनको एहसास होगा कि ये गलत तो है ही(अधिकतर लोगों को नहीं पता होता) और साथ ही जिससे ये कह रहे हैं वो इनकी खबर गूगल को भी कर सकता है।

    और जिस बन्दे के बारे में आपने यहाँ लिखा है, वो दरअसल बेवकूफ़ है, मेरे हिन्दी ब्लॉग पर आकर अकसर विक्षिप्तों की भांति बेवकूफ़ाना टिप्पणियाँ करता है।

  9. नाहर जी,हमारे लिए तो एकदम नयी जानकारी है।नयी जानकारी देने के लिए आपका धन्यवाद।

  10. मैं तो समझा था कि ब्‍लाग की दुनिया अपने आप को व्‍यक्‍त करने और अपने जैसे दूसरों से जुडने का शालीन रास्‍ता है । लेकिन यहां भी ?

    पैसे के पीछे भागने वालों को जान लेना चाहिए कि दुनिया में पैसे अधिक गरीब कोई नहीं होता । पैसा आता है तो एकाकीपन साथ लाता है ।

  11. बहुत परेशान करते हैं भाई लोगबाग इस एड सेन्स के पीछे. भगवान सबका भला करे यूं तो मगर आपने हमारे मन की बात कह दी. 🙂

  12. बहुत सामयिक मुद्दा लाये हैं. मेरे मेल बॉक्स में भी कई बार ऐसी ईमेल आ चुकी हैं कि साहिबान आप मेरी पीठ खुजाइये और मैं आपकी पीठ खुजाता हूँ. खैर हमारे चिट्ठे पर अभी तक तो ऐड सेंस नहीं थे, पर रोकड़ा सुन कर लगता है कि लगा लेते हैं. आप रोज़ क्लिक करियेगा..प्लीज़…

  13. arun said

    नाहर जी आपका इतना लंबा लेख पढा,बाकी सब हम बाद मे सोचेगे की आप क्या चाहते है क्यो लेख की जरुरत आन पडी,पर अभी आप हमारे ब्लोग पर जाकर एड देख ले और हम आपको मेल से ४ एड भेज रहे है अपने ही ब्लोग पर लगा कर दिन मे पच्चीस तीस बार क्लिक करे,भाइ जितनी देर मे आपका लेख पढा है उअतनी देर मे हम कम से कम इतने कर चुके होते….?

  14. Pankaj Bengani said

    भाईसा ऐसे लोगो से तो मैं खुद दुःखी हुँ. आपने मेरी पिछली पोस्ट पढी ही होगी. तंग आ गया हुँ ऐसे लोगों से. भगवान छुटकारा दिलाए, इन चिपकुओं से. 😦

  15. यह अनैतिक है.

  16. सागर जी,
    आपको जीमेल के हिन्दी अन्तरापृष्ठ के बारे में मालूम है क्या? सेटिङ्ग्स में जा के भाषा बदली जा सकती है। इसलिए पूछा और सुझाया क्योंकि आपकी छवि में अङ्ग्रेज़ी अन्तरापृष्ठ दिख रहा है।
    आलोक

  17. क्या वास्तव में गूगल वालों से नोटिस आया? क्या यह साइबरकैफ़े ऐसे किसी शहर में है जहाँ गूगल का दफ़्तर भी है?

  18. ratna said

    ऩए ज़माने की जोंकों का भी जवाब नहीं।

  19. @ आलोक भाई सा.
    जी दिसंबर 05 तक मेरे यहाँ एक लड़का नौकरी करता था- विजय, मार्च 06 में उसने अपना खुद का साइबर कॉफे लगा दिया ( सिकन्दराबाद- आ.प्र) में और नाम रख दिया गूगल साईबर कॉफे और दुकान के बाहर जो ग्लो साइनबोर्ड लगाया उसमें उसने गूगल का लोगो भी लगा दिया। एक दो महीने बाद गुड़गाँव या नोएडा ( अभी याद नहीं आ रहा) से कानूनी नोटिस आया कि आप अपनी फर्म का नाम बदल दीजिये या परिणाम के लिये तैयार रहिये।
    तब विजय ने एक वकील को पूरी बात बता कर वकील के मार्फत माफी मांग ली और अपनी दुकान का नाम बदल लिया। नया नाम रखा Virgo Cyber Cafe|
    यानि यह बात सौ प्रतिशत सत्य है।
    एक बात और पहले मैने जीमेल का हिन्दी अन्तरापृष्ठ ही रखा था पर कई बार जब बाहर से काम करना होता तो वहाँ XP की सुविधा ना होने पर पूरा पेज कचरा दिकता और चैट लिस्ट में मित्रों के नाम भी पता नहीं चलता कि मुझसे कौन बात कर रहा है। आखीरकार तंग आकर मुझे फिर से अंग्रेजी का अन्तरापृष्ठ रखना पड़ा।

  20. @ मसीजीवी जी
    नहीं एड सेन्स हटाने की कोई जरूरत नहीं है आप एड सेन्स के विज्ञापनों पर निर्भर नहीं है और इतना बढ़िया लिखते हैं कि लोग आपको पढ़ने आ ही जाते हैं, विज्ञापन पर क्लिक अगर कोई पढ़ने वाला कर देता है और अगर एकाद डॉलर मिल जाते हैं तो उसमें कोई गलत बात नहीं है।

    @ सुरेश चिपनूलकर जी
    ऐसा गज़ब मत कीजियेगा सुरेश भाई। क्यों कि अमित अग्रवाल, अपने रवि जी आदि कई चिठ्ठाकार अपने लेखन के बलबूते पर पाठकों को अपनी ओर खींचते हैं और पाठक एड सेन्स पर क्लिक करते हैं। अमित और रविजीजैसे लोगों को इस तरह की मेल नहीं भेजनी पड़ती विज्ञापनों पर क्लिक करवाने के लिये।

  21. @ अमित जी
    क ने आज वादा किया है कि वह आईंदा से ऐसा नहीं करेगा इसलिये उसकी पह्ळि गलती मानकर छोड़ देते हैं अगर आगे से परेशान किया तो देखा जायेगा। 🙂

    @ विष्णु बैरागी जी
    की चिठ्ठाकारों का तो उद्धेश्य ही एड सेन्स के जरिये पैसा कमाना है, उनको कन्टेन्ट से कोई मतलब नहीं होता है।

    @ सुनीताजी,
    लगता है आपका भी मन बन रहा है एड सेन्स लगाने का 🙂

    @ अनुराग जी
    आप लगाईये विज्ञापन मैं जरूर क्लिक कर दूंगा ( पीठ खुजा दूंगा ) पर मेरी पीठ खुजवाने के लिये मुझे फिर से ब्लॉगस्पॉट पर जाना पड़ेगा। यह तो बड़ी मुश्किल हो जायेगी। 😦 क्यों ना तय कर लेते हैं कि आप एक क्लिक पर मुझे दो डॉलर देंगे। 😉

  22. @ संजीत त्रिपाठी जी, रवि मिश्राजी, परमजीत बाली जी, समीरलाल जी डॉ गरिमा, पंकज भाई संजय भाई और रत्नाजी
    धन्यवाद

    @ अरुणजी
    आप पंगे लेते ही रहो 🙂 😉

  23. ‘ka’ saahab gmail par mail bhej rahe hai au puchh rahe hai “koun batayega?” google ko kotwal samajhaa hai kya jo apni kotwali mein chor nahi khojegaa!!

    ‘ka’ saahab google kyaa kar sakataa hai yah “John Chow” se puchhiye ek link yahaa hai

    (vaise apane upar post likhe jaane se khush ‘ka’ saahab comments dekh kar bhaag hi chuke honge)

  24. Shrish said

    इन ‘क’ साहब को मैं जानता हूँ, इन्हें हिन्दी टाइपिंग सिखाई थी। मेरे पास भी एक बार इनकी ऐसी मेल आई थी। दोबारा आती तो इनको समझाना पड़ता कि भाई ये गलत है।

    कोई बंदा इस बात के लिए आपको मेल करे तो बस SPAM मार्क कर दीजिए तथा चैट से हटा दीजिए। सो सिम्पल यार। 🙂

  25. 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂 🙂

  26. Deepti said

    AUR SAGAR CHAND JI KA DHANYAWAAD ——- Ki WOH LOGO KE SAMNE LEKAR AAYE ISE –

  27. रोहित बेटा (मिस दिप्ती).. वैसे तो मेरा यहा जवाब देना.. उचित था ही नही… पर जब आप आगे आये है तो…

    पहली बात मुझे सफायी देने की जरूरत नही है… दुसरी बात.. आप जैसो के मँह लगने की आदत नही है..

    पब्लिक की बात…. बहुत से दोस्त जानते हैं, मैने एक मेमोरी पैकेज बनाया है.. जिसको प्रोमोट कर रही हूँ.. जो भी दोस्ती का हाथ बढाता है, उसे एक बार जरूर बताती हूँ, कोई जबरदस्ती नही करती… शेयर मे रखती हूँ… बात खत्म।

    जो आपने कहा है- “ABHI TAK TO SADAK PAR BABA LOG paresaan karte the ki yeh karo woh karo unka to phir bhi theek hai woh 10 ya 5 rupye mein hi NIPAT jata tha, LEKIN YEH NAYE JAMANE KI SADHU HAI 3000 RUPYE LEGI AUR AAPKA DIMAAG ABDUL KALAM JAISA KAR DEGI.”

    तो आपकी जानकारी देखकर दंग रह गयी.. आप रेकी और ऊर्जा चिकित्सा को सड़क छाप बाबाओ का ज्ञान बता रहे है, दुसरी बात मै कभी यह नही कहती कि आपका दिमाग. डॉ कलाम जैसा कर दूँगी, मै उनका बहुत आदर करती हूँ, पर व्यवसाय मे उन्हे कभी नही खींचा.. क्युंकि मै जो भी करती हूँ अपने बलबुते पर करती हूँ, मुझे किसी के नाम का सहारा लेने की जरूरत नही पडी। एहसान फरामोशी भी आपसे सीखनी पडेगी, जब आप बीमार थे तो इसी सडक छाप बाब से इलाज भी करवाया था। तब आपका दिमाग कहा था????????

    जहाँ तक चैट पोस्ट करने के सवाल है मै भी कर सकती हूँ, सारा चैट मेरे पास भी सुरक्षित रहता है.. और मुझे अपनी बात कहने मे कोई शर्म नही है.. ना ही मुझे अपना नाम बदलने की आदत है, ना जरूरत है।

    सवाल उठ रहा होगा कि मैने कैसे पहचाना… यह तुम अपने दिल से पुछना।
    मुझे अभी भी कोई क्रोध नही… अपने आप से पुछ रही हूँ कि ऐसे ही किसी को दीदी बोलने का हक कैसे दे दिया.. और तुम्हारी मेहरबानी की अब यह हक किसी को ना दुँगी।

  28. bhuvnesh said

    kamaal hai aise bhi log hote hain 🙂

  29. Ramesh said

    Are kya mast aadmi – ladki bankar ladki ko hi hila diya, bahut ache mere sher – mujhe nahi pata ki kaun sahi hai aur kaun galat par ladke mein baat to hai ki koi ladki uske liye itna bada comment likh rahi hai – bina chingari ke to dhua uthta nahi- KUCH TO HAI BAHIYA 🙂

  30. दिप्ती जी
    आपने व्यक्तिगत चैट को सार्वजनिक किया यह बिल्कुल गलत बात है, क्या आपने उसके लिये गरिमा से अनुमति ली थी जैसे मैने श्रीमान क से ली थी?
    डॉ गरिमा की टिप्प्णी से स्पष्ट पता चलता है कि आपने ऐसा नहीं किया सो आपकी टिप्प्णी हटा रहा हूँ।

  31. श्रीमान क उर्फ दिप्ती उर्फ रमेश ना्म बदल कर टिप्प्णी देने की मूर्खता करने से पहले कम से कम कम्प्यूटर बदल दिया करो क्यों कि यहाँ आपकी तीनो टिप्प्णी में आई पी एड्रेस एक ही आ रहा है।

  32. Dhiraj said

    Areeeeeeeeee yeh kya baat hai Sagar bhai – aaj pahli baar aapke blog par aaya aur itni ache comments padhe socha dosto ko dikhata hu to aapne asli wala comment to delete hi kar diya……… yeh achi baat nahi hai 🙂 kuch to Milibhagat hai aapki garima ji ke sath, ab kya muh dikhauga dosto ko 😦 waise bahut maza aaya yeh post padhkar

  33. […] की नजर में आना चाहिये. कृपया इस लेख को यहां देखें  – शास्त्री जे सी […]

  34. रवि said

    पूरा पोस्ट मजेदार है.

    पर एक बात तो मैं भी मानता हूं. आप वाकई बड़े अच्छे आदमी हैं. (मेरे चिट्ठों पर एडसेंसों की भरमार है!)

    🙂

  35. ऐसा भी होता है पता नही था.पर्दाफास करने के लिये धन्यवाद.

  36. deepak said

    phir se pange le lee, very good. lagey raho India. Loi madad chahiye to mere ad sense pe bhi “click” kar dena

  37. मजेदार पोस्ट।

  38. मोजेदार है, मजा आ गया

  39. Achha laga ye sab padh ke yaar .Aap sab logon ko bahut bahut dhanyawaad. Aise hi likhte rahaen.

  40. aisa bhi hota hai jankar aascharya huya

  41. kriti shah said

    Bahut hee sundar likha hai aapne.Aapki jitni taarif ki jai wo kam hai.

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