एक फिल्म निर्देशक भी अब चिट्ठाजगत में
Posted by सागर नाहर पर 17, दिसम्बर 2007
नदिया के पार ( सचिन -साधना वाली) और बाबुल, बंधन बाहों का और ससुराल जैसी फिल्मों के निर्देशक, घर का चिराग, आसरा और दोस्ती जैसी फिल्मों के लेखक तुम्हारे बिना और आँसू बन गये फूल जैसी कई फिल्मों के गीतकार गोविन्द मुनीसजी ने भी चिट्ठा लिखना शुरु किया है। उनके चिट्ठे का नाम है मुनीसनामा ।
आदरणीय मुनीसजी का स्वागत है।
आलोक said
वाह। बढ़िया है।
paramjitbali said
जानकारी के लिए धन्यवाद।
yunus said
नयी जानकारी । कहां से खोज लाए भाई । स्वागत है मूनिस जी का
Rohit Tripathi said
Nahar ji kya aap bata sakte hai ki apne blogs mein slideshow kaise lagayege?
balkishan said
मुनीसजी का स्वागत का स्वागत और आपका धन्यवाद.
संजय बेंगाणी said
खुशी हुई जान कर.
Rohit Tripathi said
Nahar ji aaj bahut dino ke baad ek baar phir upne upar aapke dwara likhi post “एड सेन्स विज्ञापन पर क्लिक कीजिये ना प्लीऽऽऽऽज ” padha, aur hotho par hasi tair gayi phir se
VIJAY KUMAR PATHAK said
स्वागत है श्रीमान
VIJAY KUMAR PATHAK said
मैँ भी कितना पागल हूँ इतने पुराने ब्लाग के लिए टिप्पणी लिख डाला