॥दस्तक॥

गिरते हैं शहसवार ही मैदान-ए-जंग में, वो तिफ़्ल क्या गिरेंगे जो घुटनों के बल चलते हैं

चित्र पहेली-6

Posted by सागर नाहर पर 12, सितम्बर 2006

तो प्रस्तुत है मित्रों एक और चित्र पहेली, यहाँ दिया गये चित्र एक बहादुर सैनिक अधिकारी के है, जिन्होने अपने देश के लोगों को बचाते हुए अपने प्राणों की आहूति दी थी। आपके मन में प्रश्न जरूर उठा होगा कि प्राणों की आहूति तो हजारों- लाखों सैनिकों ने दी इनमें क्या खास बात है?

इस महान सैनिक की खास बात यह है कि उन्होने अपने प्राण ऐसे मिशन पर गवाँए, जैसा मिशन हमारा भारत देश चाहकर भी नहीं कर पाया और दुश्मन (अपराधी) के सामने अपने घुटने टिका दिये थे।

और हाँ इनके भाई बाद में एक देश के प्रधानमंत्री भी बने थे…. आपको यह बताना है कि नीचे दिये गये चित्र में जो महान सैनिक है उनका नाम क्या है और वे किस मिशन में वे शहीद हुए थे?

(इस पहेली का उत्तर देने में पिछली बार ही की तरह एक दो दिन का समय लग सकता है)

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5 Responses to “चित्र पहेली-6”

  1. भाईसा इतना कठीन सवाल काहे पुछते हो? समझ ही नही आता। दिखते तो बिदेशी हैं। पहले मैं अब्दुल हमीद सोच रहा था। फिर केप्टन अनुज सोचा। पर प्रधानमंत्री वाला पेच!!! आप ही बता दो।

  2. भईये,

    एक बात तो समझ गया…जे भाईसाब तो इज्राईल के ही हो सकते हैं.
    और शायद आपका इशारा अपने विमान अपहरण और कंधार वाले मिशन की तरफ़ था ना??

    ढुँढता हूँ नाम भी.
    गूगल देवा का नाम ले के.

  3. जोनाथन नेतनयाहू, इजराइली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतनयाहू(१९९६-९९) के भाई,
    ओपरेशन एनटेबी (Entebee) में मारे गये..
    विस्तृत जानकारी यहाँ पढें
    http://en.wikipedia.org/wiki/Jonathan_Netanyahu

    🙂

  4. प्रमेन्‍द्र प्रताप सिंह said

    मै नितिन बागला जी के उत्‍तर का सर्मथन करता हू।

    वाह बागला भाई आपने तो 48 घन्‍टे के उत्‍तर को 6 घन्‍टे मे ही हल कर डाला, दीर्ध उत्‍तरीय को लघुउत्‍तरीय के रूप मे, विकि का लिंक नकल के रूप मे दे दिया वो कहते है कृपया पृष्‍ट संख्‍या 20 पर जाये। वो वाली बात हो गयी। अपको पहला स्‍थान पका, मेरा दूसरा ठीक अखिर मे कॉपी भी तो आपका हूं। दूसरा स्‍थान दिलाने के लिये धन्‍यबाद। आपको भी पहले के लिये भी। 🙂
    सागर भाई जी आपको भी अच्‍छे प्रश्‍न के लिये बधाई, थोडा कठिन पहेली रखे आपके पाठक अब जागरूक और पढाई करने लगे है। 🙂
    आपके विस्‍तृत उत्‍तरीय उत्‍तर का इन्‍तजार रहेगा।

  5. वाह भाई, सागर जी.बहुत बढिया पहेली लाये हैं. बधाई नितिन बागला जी को, तुरंत ससाक्ष्य जबाब प्रस्तुत करने के लिये और विजय भाई को सही दिशा मे विचार जागृत हुये, इस हेतु.

    यह श्रृंखला जारी रखी जाये, बहुत ज्ञानवर्धक है.

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