सम्मान का अपमान
Posted by सागर नाहर पर 26, जुलाई 2011
देश के एक मंत्री इस हद तक मूर्खता भी कर सकते हैं, और वो भी जयराम रमेश… पता नहीं था। गांधीजी के वे तथाकथित अनुयायी जो गांधीजी की तरफ उंगली करने पर तलवारें खींच लेते हैं……कुछ कहेंगे?
फोटो राजस्थान पत्रिका से साभार
Dipak said
Sarkaar, Joota mahga hoga soot se.. Neta logo ka koi imaan, dharm, philosohy kuchh nahi hota hai…
Shayad aapko aapki picchli post yaad hogi Sharad Joshi waali, congress ke 30 saal
🙂
सागर नाहर said
🙂
अच्छा याद रखा आपने दीपक जी।
sanjaybengani said
इनके लिए माला से ज्यादा जुटे मुल्यवान है. कृपया अगली बार माला की जगह जुते…. 🙂
काजल कुमार said
शर्मनाक तक भी नहीं कहा जा सकता…
Shrish said
अगली बार इन्हें जूतों की माला ही पहनायी जानी चाहिये।
induravisinghj said
काश कि सूत की पवित्रता का लेश-मात्र अनुमान होता इन तथाकथित नेतागणों को…
rishbh007 said
ऐसे लोगो का सम्मान करना बंद कर देना चाहिए !
nirja sahini said
Agar minister aisa karenge to aam logon par bahut bura asar padega.Ye to bahut sharmnaak hai.
बसंत जैन said
शर्म को भी शर्म आ गयी होगी जयराम की इस हरकत पे !
Sidharth Joshi said
मेरे लिए निजी तौर पर खुशी की बात यह है कि इस फोटो को खींचने वाला फोटोग्राफर नौशाद अली मेरा दोस्त है… मुझे उस पर गर्व है…
सुज्ञ said
सागर जी,
कृपया निरामिष ब्लॉग पर एक बार अवश्य पधारें, एक शाकाहार जागृति आन्दोलन को प्रोत्साहित करें
आपकी प्रतीक्षा रहेगी।
निरामिष: पश्चिम में प्रकाश – भारत के बाहर शाकाहार की परम्परा